डोमेन नाम आपकी वेबसाइट का नाम है। डोमेन नाम वह पता है जहां इंटरनेट यूजर आपकी वेबसाइट तक पहुंच सकते हैं। इंटरनेट पर वेबसाइट खोजने और पहचानने के लिए डोमेन नाम का उपयोग किया जाता है। कंप्यूटर IP address का उपयोग करते हैं, जो संख्या की एक श्रृंखला है। डोमेन नाम अक्षरों और संख्याओं का कोई भी संयोजन हो सकता है, और इसका उपयोग विभिन्न डोमेन नाम एक्सटेंशन, जैसे .com, .net आदि में किया जाता है।
उपयोग करने से पहले डोमेन नाम पंजीकृत होना चाहिए। प्रत्येक डोमेन नाम यूनिक होता है। हर वेबसाइट का डोमेन नाम अलग अलग होता हैं दो वेबसाइट का डोमेन नाम एक जैसा नहीं होता हैं यदि कोई www.Computerhindinotes.com टाइप करता है, तो यह आपकी वेबसाइट पर जाएगा किसी और वेबसाइट पर नहीं।
डोमेन नाम दुनिया भर में उपयोग किए जाते हैं, विशेष रूप से नेटवर्क और डेटा संचार की दुनिया में। निम्नलिखित बिंदु बताते हैं कि वे कैसे काम करते हैं और उनका उपयोग कैसे किया जाता है:
इंटरनेट पर, आपका डोमेन नाम आपकी वेबसाइट की विशिष्ट पहचान है। किसी भी व्यक्ति, व्यवसाय या संगठन को इंटरनेट उपस्थिति की योजना बनाकर डोमेन नाम में निवेश करना चाहिए। अपना स्वयं का डोमेन नाम, वेबसाइट और ईमेल पते होने से आपको और आपके व्यवसाय को प्रोफेशनल रूप मिलता हैं। व्यवसाय के लिए डोमेन नाम पंजीकृत करने का एक और कारण कॉपीराइट और ट्रेडमार्क की रक्षा करना, साख बनाना, ब्रांड जागरूकता बढ़ाना और सर्च इंजन स्थिति बनाना है।
डोमेन नाम वेबसाइट के उद्येश्य को पहचानता है। उदाहणार्थ, यहाँ .com डोमेन नाम बताता है कि यह एक व्यापारिक साइट है। इसी प्रकार लाभ न कमाने वाले संगठन .org तथा स्कूल तथा विश्वविद्यालय आदि .edu डोमेन नामो का उपयोग करते है। नीचे दी गई सूची मे URL मे सामान्यतया प्रयोग किये जाने वाले डोमेन नाम और उनका पूरा नाम बताया गया है।
Abbreviation (Extensions) | Full Forms |
.com | Commercial Internet Sites |
.net | Internet Administrative Site |
.org | Organization Site |
.edu | Education Sites |
.firm | Business Site |
.gov | Government Site |
.int | International Institutions |
.mil | Military Site |
.mobi | Mobile Phone Site |
.int | International Organizations site |
.io | Indian Ocean (British Indian Ocean Territory) |
.mil | U.S. Military site |
.gov | Government site |
.store | A Retail Business site |
.web | Internet site |
.in | India |
.au | Australia |
.ae | Arab Emirates |
.sa | Saudi Arabia |
.us | United States |
.uk | United Kingdom |
.kh | Cambodia |
.th | Thailand |
.cn | China |
.vn | Vietnam |
.jp | Japan |
.sg | Singapore |
.nz | New Zealand |
.my | Malaysia |
आप डोमेन नाम के रूप में किसी शब्द या वाक्यांश का उपयोग कर सकते हैं। यदि डोमेन किसी कंपनी के लिए है, तो आप अपनी कंपनी का नाम डोमेन में रख सकते हैं, इससे आपके ग्राहकों के लिए आपको इंटरनेट पर ढूंढना आसान हो जाता है।
यद्यपि एक लंबा डोमेन याद रखना कठिन है, इसमें अधिक कीवर्ड शामिल हो सकते हैं, जो महत्वपूर्ण है क्योंकि कुछ खोज इंजन किसी डोमेन नाम में कीवर्ड का उपयोग खोज एल्गोरिदम के हिस्से के रूप में करते हैं। लेकिन उन डोमेन नामों से सावधान रहें जो बहुत लंबे हैं|
वेबसाइट तैयार करने के बाद इंटरनेट पर इसकी उपस्थिति को सुनिश्चित करने के लिए साइट को अपने डोमेन नेम की आवश्यकता होती है। यूजर इस डोमेन के नाम का प्रयोग कर इंटरनेट पर आपके द्वारा उपलब्ध उत्पादों तथा सेवाओं को ढूंढने के लिए करते हैं। उदाहरण के तौर पर https://computerhindinotes.com पर आप हमारे द्वारं बनाये गए हिंदी नोट्स प्राप्त कर सकते हैं।
डोमेन के नाम का रजिस्ट्रेशन हम कई विभिन्न कंपनियों के द्वारा करवा सकते हैं। ऐसी कंपनियां जो डोमेन के नाम का रजिस्ट्रेशन करवाती हैं उन्हें ‘डोमेन रजिस्ट्रार’ कहा जाता है। डोमेन के नाम का रजिस्ट्रेशन मुख्य रूप से वही कंपनियां अपने माध्यम से करवाती हैं जिनके होस्ट सर्वर पर आप अपना वेबसाइट अपलोड करते हैं। पर पिछले कुछ समय में इस व्यवस्था में बदलाव हुआ है, अब डोमेन रजिस्टर और वेब स्पेस खरीदने के लिए आप अलग अलग कंपनी को चुन सकते हैं|
कुछ लोकप्रिय डोमेन रजिस्ट्रार के नाम निम्नलिखित है।
इनके आलावा भी लाखों ऐसी कंपनी है जिनसे आप अपना डोमेन रजिस्टर करवा सकते हैं |
जब हम किसी डोमेन रजिस्ट्रार की सहायता से अपना डोमेन रजिस्टर कराते हैं तो वह हमें एक निश्चित राशि के बदले में डोमेन कंट्रोल पैनल और उसका यूजर नेम, पासवर्ड उपलब्ध कराता है। इस यूजर नेम और पासवर्ड की सहायता से हम डोमेन कंट्रोल पैनल में login करके वेब स्पेस प्रोवाइडर द्वारा दिए गए Name Server को डोमेन के साथ लिंक कर सकते हैं। वेबसाइट को चालू करने के लिए यह एक अति महत्वपूर्ण कार्य होता है |
आजकल कई कंपनियां अपने वेब सर्वर पर यूजर की साइट के लिए स्थान उपलब्ध कराती हैं जो कंपनी सर्वर पर स्थान उपलब्ध करते हैं उन्हें ‘होस्ट सर्वर’ कहते हैं, ये कंपनी कई तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध कराती हैं जैसे कि सॉफ्टवेयर तकनीकी सहयोग इत्यादि। एक बार जब आप अपने डोमेन के लिए वेब स्पेस का रजिस्ट्रेशन करा लेते हैं तो उसके पश्चात आप अपनी साइट की फाइलों को FTP या होस्टिंग कण्ट्रोल पैनल की सहायता से अपलोड कर सकते हैं, इसके बाद ही इन्टरनेट के माध्यम से यूजर आपकी साइट को एक्सेस कर सकते हैं|
कुछ कंपनी जो अपने सर्वर पर स्थान उपलब्ध कराती हैं वह निम्नलिखित हैं
जब हम किसी भी होस्टिंग प्रोवाइडर से अपनी वेबसाइट के लिए स्पेस खरीदते हैं तो हमें एक होस्टिंग कंट्रोल पैनल मिलता है जिसकी सहायता से हम अपनी साइड के कंटेंट को कंट्रोल कर सकते हैं।
कुछ लोकप्रिय कण्ट्रोल पैनल के नाम निम्नलिखित हैं|